जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी श्री रामनरेशाचार्य जी महाराज के ९ प्रवचन इस पुस्तिका में प्रकाशित हैं. इसके अलावा जगद्गुरु का परिचय, श्रीमठ परिचय और पिछले वर्ष प्रयाग में २ सितम्बर को हुए दुःख क्यों होता है? पुस्तिका के लोकार्पण की रिपोर्ट भी इस पुस्तिका में सम्मिलित है. 92 पेज की इस पुस्तिका का लोकार्पण महाराज जी की उपस्थिति में वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय एवं जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य रामानुज देवनाथन जी के कर कमलों से ३ सितम्बर को हरिद्वार में संपन्न हुआ. इस अवसर पर राजस्थान के पूर्व मंत्री व विधायक नरपत सिंह राजवी एवं हरिद्वार के संस्कृत विश्विद्यालय के कुलपति आचार्य महावीर अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में साधु, संत, विद्वान, पत्रकार एवं अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे. अत्यंत सफल लोकार्पण कार्यक्रम का सञ्चालन विद्वान शास्त्री कोसलेन्द्रदास जी ने किया. पुस्तिका के सयोजन संपादन सेवक जयपुर के ज्ञानेश उपाध्याय हैं. इस पुस्तिका के आवरण चित्र ख्यात फोटोग्राफर श्री हिमांशु व्यास जी ने लिए हैं. पुस्तिका प्रिंट ओ लैंड जयपुर द्वारा मुद्रित की गयी है